हिंदी दिवस का जबरदस्त भाषण | Awesome speech of Hindi day
आदरणीय प्रधानाचार्य महोदय माननीय शिक्षक गण एवं मेरे प्रिय साथियों सर्वप्रथम सभी को हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं साथियों जैसा कि हम सब जानते हैं यहां हिंदी दिवस के उपलक्ष में उपस्थित हुए हैं|
हिंदी दिवस हर साल 14 सितंबर को मनाया जाता है| अंग्रेजी एक्सप्लेन ईच और मंदारिन के बाद हिंदी दुनिया में चौथी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है| हिंदी दिवस पर हर साल भारत के राष्ट्रपति दिल्ली में एक समारोह में हिंदी भाषा में अतुलनीय योगदान के लिए लोगों को राजभाषा पुरस्कार से सम्मानित करते हैं हिंदी दिवस के दिन भारत में स्कूल और कॉलेज हिंदी में साहित्य और संस्कृति के कार्यक्रमों प्रतियोगिताओं का आयोजन करते हैं जहां सभी छात्र भाग लेते हैं |
देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाने का फैसला किया शिक्षण संस्थान की संगठित कविता निबंध प्रतियोगिता में भाग ले और छात्रों को भाग लेने और भाषा का जश्न मनाने और इस पर गर्व करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं आप यादगार दिन मनाने के लिए कई साहित्यिक गतिविधियों के साथ-साथ समारोह भी देख सकते हैं उनमें आत्मा गांधी ने भरूच गुजरात शिक्षा सम्मेलन में प्रस्तुत एक भाषण में हिंदी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने जोर देकर कहा था|
हिंदी भाषा को राष्ट्रभाषा के रूप में इस्तेमाल किया जाना चाहिए और अर्थव्यवस्था एवं राजनीति के लिए संचार के रूप में भी इस्तेमाल किया जाना चाहिए राजेंद्र हजारी प्रसाद द्विवेदी काका कालेकर मैथिलीशरण गुप्त और सेठ गोविंददास जैसे लोगों ने भारत की आधिकारिक भाषा बनाए जाने के पक्ष में 14 सितंबर 1949 को भारत की संविधान सभा ने हिंदी को राष्ट्र की आधिकारिक भाषा के रूप में अपनाया निर्णय को स्वीकार कर लिया आ गया और 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान का हिस्सा बन गया उन्हें पहली बार हिंदी दिवस मनाया गया| हिंदी सबसे अधिक भाषाओं में से एक है| जो मूल रूप में संस्कृत भाषा से संबंधित है|
अतीत से हुई एक भाषा के रूप में विकसित होकर हमारी राष्ट्रभाषा बन गई है| लेकिन आज के आधुनिक समय में लोग पश्चिमी सभ्यता से काफी प्रभावित हुए हैं हिंदी भाषा का महत्व समाप्त होता जा रहा है| हिंदी दिवस लोगों को उनकी जड़ों से जुड़े रखता है| और लोगों को उनकी मूल संस्कृति की याद दिलाता है| हिंदी सिर्फ हमारी भाषा ही नहीं हमारी पहचान भी है| तो आइए हिंदी बोले हिंदी सीखें और हिंदी सिखाएं हमारा यह कर्तव्य बनता है| कि हम हिंदी को आगे बढ़ाएं और उन्नति की राह पर ले जाए क्योंकि हिंदी से ही हिंदुस्तान है| आओ हम सब मिलकर संकल्प ले कि आज जब तक पूरे देश हिंदी भाषा का सम्मान नहीं करेंगे जब तक देश का हर नागरिक हिंदी भाषा नहीं देखेंगे तब तक हिंदी दिवस मनाते रहेंगे करते रहेंगे एक दिन ऐसा भी आएगा हर तरफ हिंदी परचम लहराएगा इस राष्ट्रभाषा का हर ज्ञाता विद्वान भारतवासी कहलाएगा |
जय हिंद जय भारत